भक्त और चमचे में अंतर
भक्त वह होता है जिसकी अपने रोल मॉडल पर अथाह श्रद्धा होती है। जबकि चमचों की कोई श्रद्धा नहीं होती वह निहित स्वार्थों के कारण चमचे बन जाते हैं। चमचे के अपने एजेंडे होते हैं जिससे वह अपनी स्वार्थ सिद्धि करना चाहता है। जबकि भक्त देश और समाज की भलाई के लिए अपने रोल मॉडल का समर्थन करता है।
ऐसे आपको बताते चले भक्त और चमचा की ये समानता मोदी जी और राहुल गांधी के सपोर्ट के बीच सुरु हुआ था जो की अभी तक चलता जा रहा है ।
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