छठ पूजा 2023 || छठ पूजा की विधि || Chhath Puja 2023 ||

छठ पूजा 2023 में 25 और 26 नवम्बर को मनाई जाएगी। यह धार्मिक पर्व हिंदी पंचांग के अनुसार तय किया जाता है और यह भारत के कुछ राज्यों में विशेष उत्साह और भक्ति के साथ मनाया जाता है, जैसे कि बिहार, झारखंड, और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से। छठ पूजा विशेष रूप से सूर्य देव की पूजा के लिए ध्यान और उत्साह से मनाया जाता है।
छठ पूजा की विधि निम्नलिखित होती है: व्रत आरंभ (नहाय-खाय): छठ पूजा का व्रत आमतौर पर द्वितीया (छठी) के दिन सुरु होता है। व्रत आरंभ के दिन व्रती सुबह सवेरे जल में नहाकर ब्रत खाते हैं। इसके बाद, वे दो दिन तक केवल एक बार आहार लेते हैं। खाद्य-पीणे की विशेष प्रक्रिया: व्रती खाने के लिए खास तरीके से पकाए जाने वाले प्रसाद का अच्छरण करते हैं, जैसे कि चावल, दल, और गाय के दूध से बनी पूआ आदि। अर्घ्य और सूर्योदय का प्रतीक्षा: दिन के प्रथम पहर में, व्रती सूर्योदय का इंतजार करते हैं और सूर्य को
आर्घ्य देते हैं। इसके लिए वे नदी या जल में जाकर खड़े होते हैं और सूर्य की पूजा करते हैं। छठी में आराधना: छठी के दिन, व्रती फिर से सूर्य की आराधना करते हैं, और फिर अर्घ्य देते हैं। गंगा स्नान: छठ पूजा के दिन, व्रती गंगा नदी में स्नान करते हैं और खास तरीके से तैयार किया गया जल पीते हैं। धूप-दीप और गीत गाना: छठ पूजा के दौरान, व्रती धूप-दीप लगाते हैं और गीत गाते हैं, जो पूजा का माहौल और ध्यान में मद्दगारी करते हैं। यह सभी चरण और विधियां छठ पूजा के महत्वपूर्ण हिस्से हैं और इसे विशेष ध्यान और श्रद्धा से मनाया जाता है। यह पूजा व्रती की और उनके परिवार की खुशियों और समृद्धि की प्राप्ति के लिए किया जाता है, और सूर्य देव की आराधना के माध्यम से आशीर्वाद भी प्राप्त किया जाता है।

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